फैक्ट्री-कंपनी में काम करने वाले सभी कर्मचारियों व मजदूरों को ‘लॉकडाउन’ की अवधि के पूरे अप्रैल महीने का वेतन देना होगा।
लॉकडाउन’ की अवधि के पूरे अप्रैल महीने का वेतन देना होगा।
प्छोटे व बड़े उद्योगों, कंपनियों व संस्थानों में काम करने वाले सभी कर्मचारियों व मजदूरों को ‘लॉकडाउन’ की अवधि के पूरे अप्रैल महीने का वेतन देना होगा। फैक्ट्री-कंपनी के मालिक किसी भी कर्मचारी व श्रमिक के वेतन में किसी भी तरह की कटौती नहीं करेंगे।
उद्योग विभाग ने बुधवार को एडवाइजरीजारी कर उद्योगपतियों को ऑनलाइन डिजिटल प्लेटफॉर्म या कैश भुगतान के जरिए कर्मचारियों व मजदूरों के खातों में वेतन ट्रांसफर करने को कहा है। उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुबोध अग्रवाल ने पुलिस कमिश्नर, कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक व श्रम आयुक्त से इस एडवाइजरी को कोआर्डिनेट कर लागू करवाने को कहा है।
प्रदेश में बनने लगा औद्योगिक माहौल
उद्योग विभाग ने मार्च के अंतिम सप्ताह में भी इस तरह की एडवाइजरी जारी की थी।प्रदेश में 325 इण्डस्ट्रियल एरिया की 150 से ज्यादा लार्ज स्केल इण्डस्ट्रीज समेत सात हजार से ज्यादा फैक्ट्रियों में प्रोडक्शन शुरू हो गया है। इनमें एक लाख से ज्यादा श्रमिक काम पर लौट आए हैं। इससे प्रदेश में औद्योगिक माहौल बनने लगा है।
उद्योग विभाग के एसीएस सुबोध अग्रवाल ने बताया कि कर्मचारियों व श्रमिकों को लॉकडाउन के दौरान का अप्रैल महीने का वेतन बिना कटौती के निर्धारित समय पर जारी करना होगा। डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सीधे खातों में ऑनलाइन या सीधे खातों में वेतन देने के निर्देश दिए है।
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